: ‘शब्दगंगा शुद्धि अभियान’ के तहत हुआ कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह
सैय्यद फैज़ान शीबू रहमान
Sun, Nov 2, 2025
डॉ. अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ को मिला ‘शब्दगंगा शिखर सम्मान’, शायरी से बांधा समां

सैय्यद फैज़ान शीबू रहमान
उन्नाव। शहर के उदयन भवन, लखनऊ बाईपास तिराहा, आवास विकास कॉलोनी में शनिवार रात साहित्य, शायरी और सृजन का अनोखा संगम देखने को मिला। ‘शब्दगंगा शुद्धि अभियान’ और ‘सृजन व शब्दगंगा संस्थान’ के तत्वावधान में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में देशभर से आए कवियों और साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से शब्दों की एक सजीव गंगा बहा दी। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। उद्घाटन सत्र में अतिथियों ने कहा कि भाषा और साहित्य समाज के संस्कारों का आईना हैं, जिन्हें शुद्ध और सकारात्मक बनाए रखना हर लेखक और कवि का कर्तव्य है। कवि सम्मेलन की शुरुआत वाराणसी की कवयित्री डॉ. विभा सिंह की वाणी वंदना से हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ ने की, जबकि संचालन नीरज पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर ‘शब्दगंगा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और व्यंग्यकार डॉ. विनय शंकर दीक्षित ‘आशु’ की पाँचवीं कृति ‘युग-विडम्बना काव्य’ का लोकार्पण किया गया। साथ ही, ‘सृजन स्मारिका’ के 18वें अंक का विमोचन भी राष्ट्रीय कवियों और अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कई सम्मानित व्यक्तित्वों को पुरस्कृत किया गया। उन्नाव के डॉ. अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ को ‘शब्दगंगा शिखर सम्मान’, भीलवाड़ा के योगेन्द्र शर्मा को ‘शब्दगंगा महाशिखर सम्मान’, मुरादाबाद के डॉ. राहुल शर्मा को ‘सृजन शिखर सम्मान’, अलीगढ़ की मुमताज नसीम को ‘शब्दगंगा शीर्ष सम्मान’ प्रदान किया गया। इसके अलावा, पं. महेन्द्र मधुर ‘आष्टा’ (म.प्र.) को ‘शब्दगंगा सम्मान’, लखनऊ के योगेश चौहान को ‘सृजन गौरव सम्मान’, सतना के पं. रविशंकर चतुर्वेदी को ‘सृजन रत्न सम्मान’, और उन्नाव के अतुल बाजपेई को ‘शब्दश्री सम्मान’ दिया गया। साथ ही, डॉ. संजय मिश्रा को ‘होम्योपैथिक चिकित्सा गौरव’ और संजय राठी को ‘उद्योग महारत्न सम्मान’ एवं नागरिक अभिनंदन से नवाजा गया। सम्मान समारोह में सदर विधायक पंकज गुप्ता, भगवंत नगर विधायक आशुतोष शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष अनुराग अवस्थी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष अरुण सिंह, भाजपा नेता विमल द्विवेदी, संस्थान के प्रेम कुमार सिंह, ओ.पी. तिवारी और उमा निवास बाजपेई मौजूद रहे। मंच पर जब देशभर से आए कवियों ने स्वर साधे तो हर शेर और हर पंक्ति पर तालियां गूंज उठीं। अलीगढ़ की कवियत्री मुमताज नसीम ने अपनी नज़्मों से सभी का दिल जीत लिया, जबकि अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ की शायरी ने समां ही बदल दिया। उनकी रचनाओं पर श्रोताओं ने देर तक तालियां बजाईं और खूब सराहना की। कार्यक्रम का समापन भावनाओं, व्यंग्य और कविताओं के साथ हुआ। उपस्थित कवियों ने शब्दों की शक्ति से समाज में सकारात्मकता और संवाद की संस्कृति को आगे बढ़ाने का संदेश दिया। सभागार देर तक तालियों की गूंज से गूंजता रहा, और दर्शकों ने इसे उन्नाव की यादगार साहित्यिक शाम बताया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष गिरीश मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष सतीश शुक्ला, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अखिलेश अवस्थी, सभासद अशोक सिंह मुन्ना सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी मौजूद रहे। आयोजकों ने कहा कि ‘शब्द गंगा शुद्धि अभियान’ का उद्देश्य भाषा को सरल, सुंदर और प्रभावी बनाते हुए समाज में सकारात्मक सोच और संवाद की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
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