शासन तक पहुंचा प्याज की "एसी यात्रा" का मामला : जांच टीम लौटी आज फिर पहुंचेगी मंडी
सैय्यद फैज़ान शीबू रहमान
Mon, Nov 3, 2025
कागज़ी खेल या अंदरूनी सांठगांठ? प्याज का ‘एसी सफर’ बना बड़ा सवाल

उन्नाव। नवीन मंडी परिसर में एसी बस से प्याज उतारे जाने का मामला अब बड़ा रूप ले चुका है। शासन स्तर से लेकर परिवहन विभाग तक इस पर गंभीरता से जांच शुरू हो गई है। उप क्षेत्रीय प्रबंधक के आदेश पर रविवार को जांच टीम मंडी पहुंची, लेकिन सचिव के अनुपस्थित रहने के कारण टीम को लौटना पड़ा। एआरएम गिरीश चंद्र वर्मा ने बताया कि सोमवार को टीम फिर से मौके पर पहुंचकर जांच करेगी और पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एसी बस उनके डिपो की नहीं है।
मंडी सचिव ने व्यापारी से मांगा जवाब
मंडी समिति के सचिव सुधीर कुमार ने प्याज खरीदने वाले व्यापारी हसन ब्रदर्स को नोटिस भेजा है। सचिव ने पूछा है कि सरकारी बस में प्याज लादकर मंडी तक कैसे पहुंचाया गया। मंडी समिति की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि संभवतः रास्ते में ट्रक खराब हो गया हो और ट्रांसपोर्टर या व्यापारी ने बस का सहारा लिया हो। हालांकि, सचिव ने माना कि व्यापारी के जवाब के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

एसी बस का वीडियो भी आया सामने
इस बीच एसी बस से प्याज उतरने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक व्यक्ति वीडियो बनाने वाले को रोकने की कोशिश कर रहा है और उसका फोन छीनने का प्रयास भी करता नजर आ रहा है। अब सवाल यह है कि वह व्यक्ति कौन है—क्या वह बस चालक था, मंडी कर्मचारी था या फिर व्यापारी के लोगों में से कोई? स्थानीय लोगों का मानना है कि उस व्यक्ति से पूछताछ के बाद पूरे घटनाक्रम की असल तस्वीर साफ हो सकती है।
कागजों पर डीसीएम, हकीकत में ई-रिक्शा
जिस वाहन से प्याज उतरने की जानकारी कागजों में दर्ज है, वह नंबर यूपी 25 एफटी 4551 बताया गया है। लेकिन जांच में यह नंबर ई-रिक्शा का निकला। मंडी समिति के अभिलेखों में इस नंबर को डीसीएम बताया गया है, जबकि हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
सवालों के घेरे में मंडी गेट की एंट्री
अब यह भी जांच का विषय बन गया है कि जब एसी बस मंडी गेट पर पहुंची, तो उसे बिना जांच प्रवेश कैसे मिल गया? क्या गेट पर मौजूद कर्मचारियों ने कागजों की जांच नहीं की या फिर सब कुछ जानते हुए अनदेखी की? लोगों का मानना है कि यह महज लापरवाही नहीं बल्कि कहीं न कहीं सांठगांठ की ओर इशारा करती है। अब सभी की निगाहें सोमवार की जांच रिपोर्ट पर हैं, जिससे साफ होगा कि प्याज की यह “एसी यात्रा” महज इत्तेफाक थी या फिर मंडी और परिवहन विभाग की मिलीभगत का नतीजा।
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